महुआ, आये दिन पत्रकार पर कहीं हमलाहोता है तो कही जूठा FIR दर्ज करवाया जाता है कई बार हत्या तक हो जाती है। आखिर लोग क्या साबित करना चाहते है। क्या ये की हम निष्पक्ष पत्रकारिता छोड़ दे, क्या हम भी खरीद बिक्री का प्रणाली अपना ले । ना ना हम निष्पक्ष और सटीक खबर करेंगे, चाहे जितना fir करले। तथा संपादक प्रिंस कुमार जी के साथ योथित न्याय हो।




